कटाई और सरकारी अनुमति
(Harvesting and Government legal permission)
यहा पर जो पद्धर्ति बताने जा रहा हु वो सभी पेड़ जो की सरकार द्वारा अनुमति के दायरे मे आते है ये उन सभी पर लागू होता है जैसे की सागौन, सीसम, खैर, पदौक, पाइन, महुडो आदि।
कटाई के लिये 12 साल के बाद अपने पेड़ो के तने की मोटाई 1.5 फीट से ज्यादा होनी चाहिये तब आप बेच सकते है, कच्ची लकडी बेचने के लिये अनुमति नही मिलती है। अलग अलग राज्य की पेड़ो को काटने और बेचने के लिये नियमोंमे कुछ कुछ बदलाव और छुट दी हुई है जिसको आप निम्नलिखित वेबसाइट पर से जान सकते है।
Click here to know current government policies for felling of teak in different states in India
भारत के Forest department के नियमो के अनुसार सागौन को काटने के लिये Regional forestry office की अनुमति की जरूरत होती है, जो एक ऐप्लिकेशन के रूप मे आपको Forest Office मे सुचित करना होगा, जिसमे कुछ document देने होते है जैसे की (1) Extract of Chitta and adangal of the land issued by concerned authority, (2) Ownership certificate issued by VAO (Village Administrative Officer), (3) FMB sketch of the land from where tree were felled, (4) Sale deed copy if the purchaser requires permit, (5) Power of attorney in case any authorized agents needs permit, (6) Fee receipt (scanned copy of Treasury Challan)
आसान भाषा मे आपके जमीन के land records
इस आवेदन के लिये कुछ फीस भी लगती है, ये आवेदन आप अपने राज्य की Forest department की वेबसाइट से भी कर सकते है, जिसमे उपरोक्त document अपलोड करना होगा।
बाद मे forest officer आपके खेत की visit करेंगे और पेड़ काटने लायक है की नही ये सुनिश्चित करेंगे, और मार्क किये हुये पेड़ो को काटने की अनुमति दी जाती है। ज्यादातर किस्सो मे सागौन के पेड़ो को forest department ही खरीदता है, और 75% किमत आपको 6 महिने मे दे दी जाती है, बाकी की रकम 1 साल के भीतर। सरकार इन लकडी की बिक्री नीलामी के जरिये करती है। ये सभी प्रक्रिया मे समय समय पर बदलाव होते रहते है, कृपया मौजूदा जानकारी के लिये आप अपने Regional Forestry Office का सम्पर्क करे।
आपको यहा दो तरीके की application करनी होती है, (1) Tree cutting permission के लिए और जब permission मिल जाती है उसके बाद लकडी के परिवहन के लिए (2) Transit पास
Click here to download Tree felling procedure in India
ये सभी प्रक्रिया से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
(1) आपने सागौन का वृक्षारोपण खेती के उददेश्य से किया है ये दिखाने के लिये आपके 7-12 और 8A की Land Record/ जमीन का "सात- बारह और आठ - अ का उतारा" मे सागौन की खेती उल्लेख होना चाहिये, जिसके लिये आप अपनी ग्राम पंचायत से ये कारवाही कर सकते है। अगर ये कारवाही नही हो पाती तो ग्राम लेवल पर एक पन्चनामा कर ले जिसमे 5 गावँ के प्रतिष्ठित लोगों के हस्ताक्षर होते है जिससे आगे आपको कोई समस्या नही होगी।
(2) सागौन के पौधें की खरीद के बिल संभाल कर रखें ।
(3) Forest Department के नियमों मे बदलाव से समय समय पर जानकार रहे।
Click here to download sample form and formats of application
सागौन के आयुर्वेदिक लाभ (Medicinal benefits)
सागौन के बीज तैल की मालिश करने से खुजली का शमन होता है। सागौन के पत्तों को पीसकर लेप करने से क्षत या व्रण जन्य रक्तस्राव कम होता है। 5 मिली सागौन पत्तो का रस का सेवन करने से आभ्यन्तर रक्तस्राव, रक्तविकार तथा शोथ ठीक होता है।
बाज़ार (Market)
आशा करता हुँ की आपने सरकारी अनुमिति के नियमो का अध्ययन अपने forest department की office से कर लिया होगा, पौधों की खरीदी और पेड़ो की बिकायी सम्बंधित जानकारी एवं Sellers और Buyers की contact details आप हमारे निम्नलिखित Blog से पता कर सकते है। याद रहे लोगों मे ये गलत फेमि है की सागौन को बेचना मुस्किल है, ऐसा बिल्कूल नही है, सही जानकारी और सही सलाह से ये बहुत आसान हो जाता है।
मेरी दी गई जानकारी मे कोई कमी या सुधार की आवश्यकता हो तो कृपया कमेंट करे, हमे आपके सुझाव आवकार्य है।
You can visit all the page from here.
Teak Plantation in India- Introduction
Types of Teak tree and climate required
Different between Tissue culture teak and Root stump teak plants and income
Procedure of Teak plantation, Fertilizers, Pest control and organic pesticides, Pruning etc.
Harvesting and Legal permission from Government
Important links for our videos and blog.
(1) Complete information about Teak Plantation in India
(2) Contact details of sellers and buyers of teak plant and tree
(3) Difference between Tissue culture and Root stump teak plant and method of Tissue culture
Our YouTube channel link:-
Our website:-
Thanks for visiting our blog.
![]() |
Our Plantation in Gujarat |
Created by: Alpesh Patel
Dated: 11 Dec 2020
Mox Creations
Copying is a legal offence | All right reserved
No comments:
Post a Comment